जहां चुनौतियां हैं, वहीं सफलता है : एके मिश्रा

जहां चुनौतियां हैं, वहीं सफलता है : एके मिश्र

 

 

हजारीबाग। सिविल सेवा के क्षेत्र में झारखंड को अव्वल पायदान पर लाना हमारा लक्ष्य है। मैं ऐसा मानता हूं कि हर छात्र, आइएएस बनने की क्षमता रखता है। समय प्रबंधन, बेहतर सलाह, उचित मार्गदर्शन और सही दिशा में नियमित परिश्रम से यह लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। हर व्यक्ति में अद्भुत शक्ति है, बस ज़रूरत है अपनी शक्ति पहचान कर सही दिशा में उसके लिए मेहनत किया जाए।

 

उक्त बातें चाणक्य आइएएस एकेडमी की ओर से बुधवार को स्थानीय नगर भवन में आयोजित कैरियर सेमिनार के दौरान बड़ी तादाद में मौजूद छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए चाणक्य आइएएस एकेडमी के फाउंडर चेयरमैन व इंटरनेशनल मोटीवेशनल स्पीकर सक्सेस गुरू एके मिश्रा ने कही। उन्होंने कहा कि हमेशा सकारात्मक रहें, नकारात्मकता को अपने ऊपर हावी ना होने दें, क्योंकि जीवन में हमारे पास दो रास्ते हैं, नकारात्मक और सकारात्मक। ऐसे में हमें सही रास्ता चुनकर समाज के लिए कुछ करना होगा, तभी समाज में बदलाव आएगा, जिसका लाभ आने वाली पीढ़ी को मिल सकता है। उन्होंने कहा कि कई बार लोग अपने कंफर्ट जोन को त्याग नहीं पाते और चुनौतीपूर्ण स्थितियों या संघर्षपूर्ण स्थितियों को स्वीकारने में संकोच करते हैं पर हकीकत तो यह है कि जीवन को संवारने के लिए हर चुनौतियों से गुजरना भी जरूरी होता है। उन्होंने कहा कि थकने की प्रवृत्ति हमें अपने मन से निकालनी होगी तभी समाज के सकारात्मक बदलाव में हमारा भी योगदान अहम हो सकता है। मैं खुद अपने जीवन के आखिरी लम्हे तक दुनिया को कुछ देते रहना चाहता हूं, जो किसी के सफलता की सीढ़ियां बने। वहीं मौके पर छात्रों को संबोधित करते हुए हजारीबाग पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चोथे ने कहा कि यूपीएससी, जेपीएससी व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए चाणक्य आइएएस एकेडमी की पहल सराहनीय है। उन्होंने कहा कि सक्सेस गुरू एके मिश्रा बीते कई वर्षों से यूपीएससी, जेपीएससी में खासकर हजारीबाग के विद्यार्थियों की सफलता का पैमाना बढ़े, इसके लिए कार्यरत हैं। इसलिए सक्सेस गुरू एके मिश्रा धन्यवाद के पात्र हैं कि अपने पैतृक स्थान पर संस्थान के यूपीएससी और जेपीएससी की लौ यहां के विद्यार्थियों में जगा रहें हैं, जिससे आने वाला कल निश्चित रूप वैसे अभ्यर्थियों के साथ साथ क्षेत्र के लिए भी बेहतर साबित होगा।

 

इससे पूर्व हजारीबाग पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चोथे, चाणक्य आइएएस एकेडमी के फाउंडर चेयरमैन व सक्सेस गुरू एके मिश्रा, संस्थान के वाइस प्रेसिडेंट विनय मिश्रा, जेनरल मैनेजर रीमा मिश्रा के हाथों दीप प्रज्वलन कर कैरियर सेमिनार की शुरुआत की गई। स्वागत भाषण में संस्थान के वाइस प्रेसिडेंट विनय मिश्रा ने सभी आगंतुकों का स्वागत करते हुए चाणक्य आइएएस एकेडमी के उपलब्धियों से मौजूद लोगों को वाकिफ कराया और कहा कि संस्थान का इतिहास 30 वर्ष पुराना है। अब तक संस्थान के 5 हजार से भी अधिक सिविल सेवक देश सेवा में अहम योगदान दे रहे हैं। संस्थान की जेनरल मैनेजर रीमा मिश्रा, एकेडमिक हेड अनवर हुसैन, ब्रांच मैनेजर अवधेश कुमार ने भी मौके पर मौजूद हजारों छात्र-छात्राओं को संबोधित किया और सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए चाणक्य आइएएस एकेडमी के योगदान को अहम बताया। मंच संचालन मोजफ्फर हुसैन व धन्यवाद ज्ञापन एकेडमिक हेड अनवर हुसैन ने किया।

 

 

 

 

 

कैरियर सेमिनार के दौरान सक्सेस गुरू एके मिश्रा मौजूद अभ्यर्थियों से सीधे रूबरू हुए और उनके हर सवालों के जवाब दिए। अलग अलग सवालों के जवाब देते हुए सक्सेस गुरू श्री मिश्रा ने कहा

 

 

*खुद पर विश्वास रखना जरूरी*

 

सक्सेस गुरू एके मिश्रा ने कहा कि हर छात्र खुद पर विश्वास रखे। चाहें आप हिंदी माध्यम के छात्र हों या अंग्रेजी माध्यम के, भाषा कभी भी आपके सबलता का बाधक नहीं बन सकती, इसलिए कोई खुद को कभी कमजोर ना समझें। साथ ही खुद को प्रेरित करते रहना भी अहम है।

 

 

*चुनौतियों से घबराएं नहीं, बल्कि डटकर सामना करें*

 

उन्होंने कहा कि जहां चुनौतियां हैं, वहीं सफलता है। इसलिए कभी चुनौतियों से घबराना नहीं चाहिए बल्कि डटकर सामना करना चाहिए। ऐसा देखा जाता है कि कई बार हम चुनौतिपूर्ण स्थितियों को स्वीकारने में संकोच करते हैं लेकिन वास्तविकता यह भी है कि जीवन को संवारने के लिए हर चुनौतियों से हमें गुजरना पड़ता है।

 

 

*सफलता के लिए समय प्रबंधन अहम*

 

किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिए समय प्रबंधन की भूमिका अहम होती है। अगर मन में बेहतर जीवन और देश सेवा की लौ जल रही हो, तो समय प्रबंधन करना सीखें। सफलता कदम चूमेगी। साथ ही संतुलित आहार का सेवन भी महत्वपूर्ण है।

 

 

*सिविल सेवा देता है राष्ट्र सेवा और बेहतर भविष्य*

 

सक्सेस गुरू एके मिश्रा ने कहा कि सिविल सेवा राष्ट्र की सेवा करने के साथ, अच्छा जीवन, बेहतर भविष्य और विभिन्न क्षेत्रों से जुड़कर कार्य करने का मौका प्रदान करता है। इसलिए समय रहते तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।

 

 

*चाणक्य आइएएस एकेडमी दे रहा है बेहतर मार्गदर्शन

 

हजारों की तादाद में शामिल छात्रों को संबोधित करते हुए सक्सेस गुरू एके मिश्रा ने कहा कि झारखंड की उर्वरी मिट्टी की तरह यहां के छात्र भी प्रतिभाशाली हैं। आइएएस बनने की दक्षता सभी में है। सही दिशा में नियमित मेहनत, बेहतर सलाह और उचित मार्गदर्शन पाकर इस लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है और चाणक्य आइएएस एकेडमी बेहतर मार्गदर्शन अभ्यर्थियों को दे रही है, जिसकी वजह से बढ़ते समय में सफल अभ्यर्थियों की संख्या भी संस्थान में लगातार बढ़ती जा रही है। कई विदेशों में भी सेवा देकर देश का रौशन कर रहे हैं।

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